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गुणवत्ता आश्वासन महानिदेशालय (डीजीक्यूए) रक्षा मंत्रालय के रक्षा उत्पादन विभाग के अधीन कार्यरत एक अंतर-सेवा संगठन है। डीजीक्यूए सेना, नौसेना (नौसेना आयुध को छोड़कर) के लिए आयातित..
वैमानिकी गुणवत्ता आश्वासन महानिदेशालय (डीजीएक्यूए) विभिन्न सार्वजनिक क्षेत्र के रक्षा उपक्रमों (डीपीएसयू), आयुध निर्माणियों- सार्वजनिक क्षेत्र की रक्षा इकाइयों (ओएफ-डीपीएसयू), डीआरडीओ प्रयोगशालाओं..
मानकीकरण निदेशालय (डीओएस) रक्षा उपकरणों के मानकीकरण और संहिताकरण के लिए रक्षा मंत्रालय/रक्षा उत्पादन विभाग के अधीन एक नोडल एजेंसी है, जिसका उद्देश्य प्रवेश नियंत्रण और विविधता में कमी लाकर रक्षा सेवाओं..
रक्षा उत्पादन विभाग का एक संबद्ध कार्यालय, योजना एवं समन्वय निदेशालय 1964 में स्थापित किया गया था। निदेशालय को मुख्य रूप से 'आत्मनिर्भरता' पहल के तहत विभिन्न समर्थकारी नीतियों को तैयार करने का कार्य सौंपा गया है..
रक्षा नवाचार के लिए उभरते स्टार्टअप समुदाय को शामिल करने के लिए, रक्षा उत्कृष्टता के लिए नवाचार (आईडेक्स) पोर्टल का प्रबंधन रक्षा नवाचार संगठन (डीआईओ) द्वारा किया जा रहा है..
रक्षा प्रदर्शनी संगठन (डीईओ) की स्थापना 1981 में की गई थी, जिसका मुख्य उद्देश्य भारत और विदेशों में एयरोस्पेस और रक्षा (एएंडडी) प्रदर्शनियों का आयोजन और समन्वय करना था। डीईओ इन प्रदर्शनियों के माध्यम से स्वदेशी एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र और इसके पारिस्थितिकी..
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल), जो एक नवरत्न सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है, के 10 अनुसंधान एवं विकास केंद्र और 20 उत्पादन प्रभाग हैं जो 7 राज्यों में 9 भौगोलिक स्थानों पर स्थित हैं..
भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय (एमओडी) के तहत एक नवरत्न सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम, बीईएल एक विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग कंपनी है। बीईएल भारतीय रक्षा बलों को सशक्त बनाने में सबसे आगे रहा है...
भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (बीडीएल), एक मिनीरत्न श्रेणी- I कंपनी को वर्ष 1970 में रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के तहत एसएस11बी1 एटीजीएम के निर्माण और भारतीय सेना को आपूर्ति के लिए निगमित किया गया था..
1964 में निगमित बीईएमएल लिमिटेड, रक्षा मंत्रालय के अधीन अनुसूची 'क' सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है, जो कोयला, खनन, इस्पात, सीमेंट, बिजली, सिंचाई, निर्माण, सड़क निर्माण, रक्षा, रेलवे और मेट्रो परिवहन प्रणाली..
मिश्र धातु निगम लिमिटेड (मिधानि) एक विशिष्ट धातु एवं धातु मिश्रधातु विनिर्माण करने वाली'मिनी रत्न श्रेणी-I' कंपनी है जिसकी स्थापना 20 नवंबर, 1973 को भारत के रक्षा, अंतरिक्ष, ऊर्जा और वाणिज्य के सामरिक क्षेत्रों..
माझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (एमडीएल) युद्धपोतों और पनडुब्बियों के निर्माण में लगे सभी रक्षा पीएसयू शिपयार्डों में अग्रणी शिपयार्ड है। एमडीएल वर्तमान में भारतीय नौसेना के लिए युद्धपोत ..
रक्षा मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के अधीन मिनी रत्न श्रेणी - I कंपनी, जीआरएसई देश में सबसे विविध राष्ट्रीयकृत प्रतिष्ठानों में से एक है, जिसने वर्ष 1960 में सरकार द्वारा अधिग्रहण..
गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (जीएसएल), एक मिनी रत्न समूह-I दर्जा प्राप्त कंपनी है, जिसने इन-हाउस डिजाइन की प्रमाणित क्षमताएं हासिल की हैं और यह भारतीय रक्षा बलों और निर्यात बाजार सहित अन्य विभिन्न ग्राहकों के लिए परिष्कृत उच्च प्रौद्योगिकी वाले युद्धपोतों का निर्माण कर रहा है...
हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड, आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में सबसे बड़ा और रणनीतिक रूप से स्थित शिपयार्ड है, जो पोत निर्माण, पोत मरम्मत, पनडुब्बी रिफिट के साथ-साथ अत्याधुनिक अपतटीय और तटवर्ती संरचनाओं के डिजाइन और निर्माण का कार्य कर रहा..
एडब्ल्यूईआईएल उन सात (7) नए सार्वजनिक क्षेत्र के रक्षा उपक्रमों में से एक है, जिन्हें पूर्ववर्ती ओएफबी को भारत सरकार के पूर्ण स्वामित्व वाले उद्यम में परिवर्तित करके निगमित किया गया है...
ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड रक्षा उत्पादन विभाग, रक्षा मंत्रालय के अधीन भारत सरकार का उपक्रम है और इसे 14 अगस्त 2021 को भारत सरकार के शत-प्रतिशत स्वामित्व वाली कंपनी के रूप में निगमित किया गया था..
ट्रूप कम्फर्ट्स लिमिटेड भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के रक्षा उत्पादन विभाग के अधीन एक नवगठित सार्वजनिक क्षेत्र का रक्षा उद्यम है जिसका कॉर्पोरेट कार्यालय कानपुर में है...
बख्तरबंद वाहन निगम लिमिटेड (एवीएनएल) एक नवगठित, पूर्ण स्वामित्व वाली सरकारी कंपनी है जिसने 01.10.2021 से अपना परिचालन शुरू कर दिया है..
म्यूनिशन इंडिया लिमिटेड (एमआईएल) हाल ही में गठित 07 सार्वजनिक क्षेत्र के रक्षा उपक्रमों में से एक है, जो ऐतिहासिक शहर पुणे में स्थित है। एमआईएल, जो भारत का सबसे बड़ा निर्माता और बाजार प्रणेता है..
रक्षा मंत्रालय के रक्षा उत्पादन विभाग के अधीन भारत सरकार का पूर्ण स्वामित्व वाला उद्यम वाईआईएल कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत निगमित किया गया है और इसने 01 अक्टूबर 2021 से अपना व्यवसाय संचालन शुरू कर दिया है...
इंडिया ऑप्टेल लिमिटेड (आईओएल) एक अनुसूची 'ख' सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है जो मुख्य रूप से सेवाओं और गृह मंत्रालय के लिए ऑप्टो-इलेक्ट्रॉनिक्स प्रणाली के उत्पादन का कार्य करता है । आईओएल को 14.08.2021 को निगमित किया गया है और इसने 01.10.2021 को कारोबार शुरू किया है...
निर्देश रक्षा मंत्रालय/रक्षा उत्पादन विभाग (एमओडी/डीडीपी) की एक सोसायटी है, जो 20 नवंबर 2010 को सोसायटी पंजीकरण अधिनियम XXI, 1860 के अंतर्गत पंजीकृत है । निर्देश एक सामान्य निकाय (जीबी) है और शासक मंडल (बीओजी) द्वारा निर्देशित होता है...
रक्षा उद्यमियों और एमएसएमई के लिए एक एकीकृतकर्ता और सुविधा प्रदाता के रूप में कार्य करने के लिए जनवरी 2018 में रक्षा निवेशक प्रकोष्ठ का गठन किया गया था..
रक्षा उत्पादन आईटी प्रभाग (डीपीआईटी) का गठन 2018 में माननीय रक्षा मंत्री की मंजूरी से रक्षा उत्पादन विभाग और सार्वजनिक क्षेत्र के रक्षा उपक्रमों में आईटी से संबंधित पहलों को लागू करने के लिए किया गया था...